Mantras heal the body and mind by promoting relaxation,
stimulating the parasympathetic nervous system, and helping with the
physiological symptoms of stress and anxiety, as well as the specific spiritual
benefits of each individual mantra.
Unfortunately, there is a
lack of science to back-up the idea that mantras can heal the body. However,
much research has shown the health benefits of meditation, and mantras are one
form of meditation.
सर्वभय व सर्वरोग नाशक
देवचिकित्सक आरोग्यदेव धन्वंतरि – धन्वंतरी मंत्र
''ऊं नमो भगवते महा सुदर्शनाया वासुदेवाय
धन्वन्तरये अमृत कलश हस्ताय सर्व भय विनाशाय सर्व रोग निवारणाय त्रैलोक्य पतये
त्रैलोक्य निधये श्री महा विष्णु स्वरुप श्री धन्वंतरि स्वरुप श्री श्री श्री औषध
चक्र नारायणाय स्वाहा।''
(भगवान धन्वंतरि का यह पौराणिक मंत्र देगा आरोग्य का वरदान)
पवित्र धन्वंतरि
स्तोत्र :
ॐ शंखं चक्रं जलौकां दधदमृतघटं चारुदोर्भिश्चतुर्मिः।
सूक्ष्मस्वच्छातिहृद्यांशुक परिविलसन्मौलिमंभोजनेत्रम॥
कालाम्भोदोज्ज्वलांगं कटितटविलसच्चारूपीतांबराढ्यम।
वन्दे धन्वंतरिं तं निखिलगदवनप्रौढदावाग्निलीलम॥
रोगनाश के लिए -
ऊं रं रूद्र रोग नाशाय धनवंतर्ये फट्।। मन्त्र का जप करें
शरीर स्वस्थ रखने का
मन्त्र
“त्रिविध दोष दुःख दारिद दावन ।
कलि कुचालि कुलि कलुष
नसावन ।।”
रोग नाश के लिये मन्त्र
रोगानशेषानपहंसि तुष्टा
रुष्टा तु कामान् सकलानभीष्टान्।
त्वामाश्रितानां न
विपन्नराणां त्वामाश्रिता ह्याश्रयतां प्रयान्ति॥
संकट में रक्षा का उपाय
मन्त्र
“पाहि पाहि रघुबीर गोसाईं ।
यह खल खाई काल की नाईं ।।”
श्री राम के जप मन्त्र
1. ॐ राम ॐ राम ॐ राम ।
2.
ह्रीं राम ह्रीं राम ।
3.
श्रीं राम श्रीं राम ।
4.
क्लीं राम क्लीं राम ।
5.
फ़ट् राम फ़ट् ।
6.
रामाय नमः ।
7.
श्री रामचन्द्राय नमः ।
8.
श्री राम शरणं मम् ।
9.
ॐ रामाय हुँ फ़ट् स्वाहा ।
10.
श्री राम जय राम जय जय राम ।
11.
राम राम राम राम रामाय राम ।
ॐ हौं जूं सः ॐ
भूर्भुवः स्वः
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय
मामृतात्
ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः
जूं हौं ॐ !!
अकाल मृत्यु हरणं मंत्र
अकाल मृत्यु हरणं सर्व
व्याधि विनाशनम ।
विष्णो: पादोदकं पीत्वा पुनर्जन्म न विद्यते ।।
अकालमृत्युहरणं
सर्वव्याधिविनाशनम् ।
सूर्यपादोदकं तीर्थं जठरे धारयाम्यहम् ।।
“See hundred sharadruthu”.
Akala mrîtyu means unusual death. Dying in the early age or middle age due to
any problem, accident or disease is called Akala mrîtyu. One should pray for
living hundred years. Eesavasyopanishatha tells us and
orders to live for Shatam, 100 years.
“There may not be one secret to
living to 100 years old, but there are many small decisions you can make
throughout life that will affect your long-term health,”.
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