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Wednesday 29 July 2015


म्युचुअल फंड में निवेश : मिलेगा जोरदार रिटर्न

 

निवेश करने के लिए लोगों के पास तमाम विकल्प होते हैं, लेकिन सबसे सही विकल्प वही होता है जहां जोखिम कम और रिटर्न अधिक होता है। इसी तरह का एक विकल्प है म्युचुअल फंड। शेयर मार्केट में निवेश के मुकाबले म्‍युचुअल फंड में जोखिम कम और बेहतर रिटर्न की संभावना अधिक होती है। लेकिन सही जानकारी के अभाव में म्युचुअल फंड में किए हुए निवेश पर भी कई दफा उम्‍मीद के मुताबिक रिटर्न नहीं मिल पता है। ऐसे में मनी भास्कर आपको बता रहा है म्युचुअल फंड में निवेश का स्मार्ट तरीका, जो आपको जोखिम से बचाकर जोरदार रिटर्न दिलाने में मददगार होगा।

फंड मैनेजर का रोल सबसे अहम

म्‍युचुअल फंड में किए हुए निवेश पर मिलने वाले रिटर्न में फंड मैनेजर की भूमिका अहम होती है। इसलिए म्युचुअल फंड में निवेश से पहले फंड मैनेजर की निवेश प्रक्रिया, ट्रैक रिकॉर्ड, विशेषज्ञता आदि को जानना बहुत जरूरी होता है। फंड मैनेजर के विषय में जानकारी सभी फंड हाउस उपलब्ध कराती है।

म्युचुअल फंड का चुनाव

म्युचुअल फंड में निवेश से पहले उसका ट्रैक रिकॉर्ड देखना चाहिए। आम तौर पर निवेशक 6 महीने से एक साल तक की अवधि का विश्लेषण करते हैं। ऐसा नहीं करना चाहिए। फंड का विश्लेषण 4 से 5 साल की अवधि को लेकर करना चाहिए। इसके अलावा फंड द्वारा अलग-अलग समय में मिले रिटर्न को भी देखना चाहिए। हमेशा याद रखना चाहिए कि फंड के पिछले प्रदर्शन के दोहराए जाने की कोई गारंटी नहीं होती है।

बड़ा नाम निवेश का पैमाना नहीं

कभी भी बड़े ब्रांड के नाम पर म्युचुअल फंड में निवेश एक मात्र मापदंड नहीं होना चाहिए। किसी भी म्युचुअल फंड में निवेश से पहले उसके विषय में रिसर्च और डेटा विश्लेषण करना चाहिए। व्यक्तिगत सुझाव, विज्ञापन और ब्रांड नामों को ज्‍यादा महत्‍व न दें। निवेश करने से पहले फंड का ट्रैक रिकॉर्ड देखें और फिर निवेश करने का फैसला करें।

रिटर्न की उम्‍मीद

आम तौर पर निवेशक म्युचुअल फंड में निवेश करने के बाद 20 से 30 फीसदी रिटर्न की उम्मीद करते हैं, जो की अवास्तविक होता है। म्युचुअल फंड मार्केट के प्रदर्शन पर निर्भर करता है। ऐसे में निवेश से पहले ही अधिक रिटर्न की उम्‍मीद करना सही नहीं होता है। अगर, लंबे समय के लिए डेट फंड में निवेश करते हैं तो इस पर 9 फीसदी और इक्विटी में 16 फीसदी का रिटर्न मिलता है। निवेश करने से पहले यह तय कर ले कि आप कितना रिटर्न चाहते हैं।

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