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Saturday, 16 April 2022

What makes Lord Hanuman so powerful?

The secret to Hanuman’s powers is utmost devotion to Lord Rama and living according to Dharma.

Their strength is from Shri ram Naam and yes Prabhu Shri Ram ji’s name is greater than Prabhu Shri Ramji themselves:

कहो कहा लगी नाम बड़ाई । राम न सकहि नाम गुण गाई

Meaning: The glory of the name Ram is incomparable ... Prabhu Shri Ram Ji themselves cannot tell the virtues of the name Ram.


By following incessant Brahmacharya, he transmuted all energies towards his ideal, serving Lord Ram. He developed enormous physical and mental strength that staggered the imagination of one. He also demonstrated his physical strength by lifting Mt. Sumeru. He is considered best amongst all intelligent and wise man. Though having monkey body, he excelled in controlling over mind and body, where even human finds it extremely difficult to control mind and body.

Indeed, Lord Hanuman is one of The Topmost formidable forces in our entire history, His Destructive potential Is unfathomable and fleeing the warzone is the only option in case he Decides to finish things off.

Hanuman ji was extremely powerful warrior in Ramayana. Perhaps physically he was most powerful warrior in Ramayana. Below are some of his feats from Valmiki Ramayana to prove his strength:

1.   He was son of Vayu as per Valmiki Ramayana and Mahabharat also refers to him as ansh of Shiva. But Valmiki Ramayana addresses him only as Son of Vayu.

2.   Survived the Vajra of Indra in childhood and travelled nearly 300 yojana towards sun.

3.   Was blessed with a boon of indestructibility by any divine missile by brahma. Indra and Rama gave him boon of immortality.

4.   Killed the sea demoness Simhika.

5.   Conquered the city of Lanka which was herself in form of demoness.

6.   Killed the 80,000 Kinkara demons in the Lanka with iron rod.

7.   Killed Jambumali and 7 sons of prahasta as well as several generals of Lanka.

8.   Killed son of Ravana Akshaya Kumar.

9.   Survived Infallible Brahmastra of Meghnad twice.

10.     Burnt the city of Lanka.

11.     Killed several demons like Dhumrakasha, Akampan, Devantak, Trishira, Nikumbha and many others.

12.     Brought Sanjeevani Herbs twice; once healed whole Vanara army and Rama and Lakshman and second time for Lakshman.

13.     Defeated Ravana with a blow of his fist. It was so strong that Ravana had blood coming out of his mouth and swooned.



Jai Bajrang Bali 🙏🚩

What makes Lord Hanuman so powerful?

·         Lord Hanuman is the greatest ever devotee of Lord Rama.

·         Lord Hanuman’s devotion towards Rama is selfless. He expects nothing in return from Rama, other than Rama himself. Hanuman is born only to do service to His Rama.

·         Hanuman could carry even the Sanjeevani hill with his strength and powers.

·         Hanuman is a great Yogi since He lives according to Dharma, and has control over his desires, He practiced celibacy and followed all the 4 yoga’s to attain moksha.

·         Lord Hanuman is blessed with Astha_Siddhis, the eight supernatural powers and Nava_nidhis, the nine treasures.

·         Hanuman is son of Wind God, so He travels at wind speed.

·         Hanuman is Shivansh, son /form of God Shiva.

·         Hanuman never is arrogant over his powers, and is always down to earth. Hanuman surrendered completely to Rama, and that is why Rama resides in Hanuman.

·         Hanuman always respects women and treats everyone as His mother.



It is beyond anyone's league to measure the Might of Lord Anjaneya, because no scale of the universe can muster up the level to measure his prowess. 

"जीवन #सुख-दुःख का संगम है"

सुख और दुःख में कोई अंतर नहीं है जिसे मन स्वीकारे वह सुख है और जिसे अस्वीकारे वह दुःख है सारा खेल हमारी स्वीकृति और अस्वीकृति का ही तो है

आजकल जिससे भी मिलो वह केवल अपने दुख की बात करता है। कोई अपने आर्थिक दुख की बात करता है, कोई अपने परिवारिक दुख की तो कोई अपने शारीरिक दुख की। दुनिया में शायद ही कोई ऐसा मनुष्य होगा जिससे कोई दुख ना हो। खैर हमारे जीवन में सुख-दुख तो आते जाते ही रहते हैं परंतु मजे की बात यह है कि हम अपने दुख के लिए कभी ईश्वर को, कभी किस्मत को, तो कभी दूसरों को दोषी ठहराते हैं। जबकि सच्चाई यह है कि हर मनुष्य अपने दुख का निर्माता स्वयं है। हर मनुष्य अपना दुख स्वयं उत्पन्न करता है। लेकिन इस बात को कोई मानना नहीं चाहता। 

निज सुख आतम राम है, दूजा दुख अपार।
मनसा वाचा करमना, कबीर सुमिरन सार।।


कोई न कोई कमी हर मनुष्य के जीवन में जरूर रहती है, लेकिन महाभारत के एक प्रसंग में महात्मा विदुर ने कुछ ऐसी चीजें बताई गई हैं, जो अगर किसी इंसान के पास हो तो वह कभी दुखी नहीं होता। महाभारत के उद्योग पर्व में महात्मा विदुर ने इस लोक में 6 प्रकार के सुख गिनाए हैं, जो इस प्रकार है-

श्लोक
अर्थागमों नित्यमरोगिता च प्रिया च भार्या प्रियवादिनी च।
वश्यश्च पुत्रो अर्थकरी च विद्या षट् जीव लोकेषु सुखानि राजन्।

अर्थ- 1. धन, 2. निरोगी शरीर, 3. सुंदर पत्नी, 4. वह भी प्रिय बोलने वाली हो, 5. पुत्र का आज्ञाकारी होना और 6. धन पैदा करने वाली विद्या का ज्ञान होना- ये 6 बातें इस लोक में मनुष्य को सुख देती हैं।

1. धन
सुखी जीवन के लिए धन का होना बहुत आवश्यक है। बिना धन के न सम्मान मिलता है और न ही यश। परिवार के पालन-पोषण के लिए भी धन का होना बहुत जरूरी है। आज के समय में शिक्षा प्राप्त करने के लिए भी धन की जरूरत पड़ती है। वृद्धावस्था में धन ही सबसे बड़ा सहारा होता है। जीवन में धन की आवश्यकता सबसे अधिक बुढ़ापे में ही होती है।

2. निरोगी शरीर
जीवन में सदैव सुखी रहने के लिए शरीर का तंदुरुस्त होने बहुत जरूरी है। अगर शरीर में कोई रोग होगा तो आप न ठीक से खा सकते हैं न पी सकते हैं। ऐसी अवस्था में आप जीवन के अनेक सुखों से वंचित रह सकते हैं। जिसका शरीर निरोगी होता है वह कोई भी काम करने में सक्षम हो सकता है।

3. सुंदर पत्नी, 4. वह भी मीठा बोलने वाली
महाभारत में महात्मा विदुर ने सुंदर पत्नी को तीसरा और यदि वह मीठा बोलने वाली तो उसे जीवन का चौथा सुख बताया है। सुंदर पत्नी यदि मीठा बोलने वाली हो तो सोने पर सुहागा हो सकता है। मीठा यानी सभी से नम्रतापूर्वक बात कर वह अपने परिवार के हर सदस्य को खुश रखेगी। परिवार खुश रहेगा तो आप स्वतः ही प्रसन्न रहेंगे।

5. पुत्र का आज्ञाकारी होना
वर्तमान समय में सबसे बड़ी समस्या ही संतान को लेकर है। बुढ़ापे में जब माता-पिता को अपने बच्चों की सबसे ज्यादा जरूरत होती है तो वे उनके साथ नहीं होते। पुत्र यदि पास हो और आज्ञा न मानता हो तो वह और भी दुखदाई होता है। इसलिए महात्मा विदुर ने कहा है कि जिसका पुत्र आज्ञाकारी हो, उसे जीवन में कभी कोई दुख नहीं होता।

6. धन पैदा करने वाली विद्या का ज्ञान
पैसा तो आता-जाता रहता है, इसकी प्रकृति ही ऐसी होती है। आपके पास कोई ऐसी कला या ज्ञान होना चाहिए जिससे धन की आवक बनी रहे। यादि उस कला के बल पर आप अपने पालन-पोषण कर सको। अगर आपके पास कोई ऐसी कला हो तो आपके जीवन में कभी धन का अभाव नहीं होगा और आप सम्मानपूर्वक जी सकेंगे।

सुख और दुःख धार्मिक एवं सामाजिक दृष्टिकोण से…

चार वेद छः शास्त्र में , बात लिखी है दोय ।

सुख दीन्हे सुख होत है, दुख दीन्हे दुख होय।।

सुख इक ठंडी छांव है, दुख पहाड़ सी रात ।

सुख में सोवत रहत सब, दुख जागत में जात।।

हिरदै सागर में सदा , उठती रहें तरंग ।

ऊपर उठि के सुख लहै , नीचे गिर सुख भंग।।

सुख "सुविधा" से मिलै ,मन के सब अनुकूल ।

दुख उपजै मन सोच से ,दशा होय प्रतिकूल ।।

सुख दुख मन के भाव हैं,मानव कर्मों के मूल ।

मात पिता हरि सेवा से, रहत सदा अनुकूल ।।

दुख में सुमिरन सब करें, सुख में करै न कोय ।

जो सुख में सुमिरन करें, तो दुख काहे होय ।।

वर्तमान सामयिक दृष्टिकोण से…

सुख दुख मनुष्य द्वारा स्वंय निर्मित किया जाता है। एक ही परिस्थिति में कोई सुख अनुभव करता है, तो कोई दुख । परिस्थितियों का संतुलन बिगड़ने पर दृष्टि कोण बदलता है।

किसी ने कहा है – ज्ञानी काटै ज्ञान से, मूरख काटै रोय। सामान्‍य और समझदार लोगों में यही अंतर है। विषय-विलासियों को दुख-सुख ज्‍यादा व्‍यापते हैं। पुरुषार्थियों को दुख के अनुभव का वक्‍त कहां?

प्रीतिकर उत्तेजना है सुख

अप्रीतिकर उत्तेजना है दुख

दोनों ही हैं मन की उत्तेजना

अशांत, उद्वेलित, चंचल चेतना

 

जब आप आये दिन सुनार के पास जाने लगे तो समझिये सुख है और जब आप भगवान को याद करे तो समझिये दु:ख है।

दु:ख में राम , सुख में सुनार” यह एक कहावत है।

सारो संसार दुःखी है सुखी कौन है सुनो
कोई तन दुखी कोई मन दुखी
कोई धन बिना फायर उदास
थोड़ा थोड़ा सब दुखी
भाई सुखी राम का दास।।

मन के हारे हार है, मन के जीते जीत

तन धन सुखिया कोई न देखा, जो देखा सो दुखिया रे ।

चंद्र दुखी है, सूर्य दुखी है, भरमत निसदिन जाया रे ।।

ब्रह्मा और प्रजापति दुखिया, जिन यह जग सिरजाया रे ।

हाटो दुखिया, बाटो दुखिया, क्या गिरस्थ बैरागी रे ।।

शुक्राचार्य जन्म के दुखिया, माया गर्व न त्यागी रे ।

धूत दुखी, अवधूत दुखी हैं, रंक दुखी धन रीता रे ।।

कहै कबीर वोही नर सुखिया, जो यह मन को जीता रे ।।



Tuesday, 12 April 2022

MIST IS MUST THIS SUMMER

 Mist is skin-enhancing botanical extracts 


Scorching heat and deadly pollution make skin and your health care an essential part of your routine. In summers the climate is already hot and humid, so your skin and health are prone to more infections, pores, marks, pimples, digestive disorders and what not… the list is almost endless.

Face mists on a hot summer day will wake you up and fight dehydration at the same time can serve as a respite.

They are packed with soothing ingredients that offer a brightening antidote to fatigued complexions and can be kept at your desk for a post-Zoom blast of refreshing cool. These ultra-quenching products will be a must-have in your beauty arsenal now. 

Face mist in summer can be really helpful with all skin ailments in summer. The skin fight with summer is indeed distressing. Prickly heat, heat rashes, weird bumps are some of the skin problems developed due to the heavy heat accompanied with the high humidity in the summer. You need lots of hydration to protect your skin from both UVA and UVB radiation and this is where facial mists come in.

Cool Off with a Face Mist

A cool face mist works wonders on a hot and humid summer day. It helps in soothing sunburns, inflammation and makes your skin look fresh and dewy.

They’re perfect for re-hydrating the skin when it’s feeling dry, dull, and drab.

Face mists are more than just mineral water, and are a combination of teas and oils and re-hydrating that seep deep into your pores.

They can be used for every skin type, over makeup, and can have fueled with ingredients for anti-aging.

Just like your body needs water, your face and skin also need as much as hydration as possible. Always keep a face mist handy and spritz yourself time and again for the much-needed hydration.

"A facial mist can be refreshing and hydrating to the skin. It's especially useful for those who have sensitive or extremely dry skin, travel frequently or live in dry climates."

When to spray face mist?

  • Morning and night, immediately after you cleanse your face and then let it get absorbed by your skin before applying other skin care products.
  • Underneath your moisturizer to lock the moisturizer in a better way.
  • Spray it after you are done with your makeup to give you a dewy finish and help you get rid of excess powder.
  • Finally, go ahead, spray it several times throughout the day.

Keep your Skin Healthy

There are countless benefits that your skin may get from face mist.

Refresh Your Skin

Provides Hydration

Extra hydration can do wonders to our skin.

Provides aromatherapy.

Gives a boost of antioxidants.

Rejuvenate Skin

Work like a Charm on Irritated Skin

Protects from Hot and Humid Weather

Makes You feel Refreshed

Improves the Absorption of Serum

Revitalize the appearance of dull skin.

Surface skin cell turnover and regeneration.

Minimize Fine Lines

Which mist to choose by skin type:


  • Most skin types: regenerative botanicals like lemon balm, German chamomile, geranium, lavender, and rosemary.
  • Oily skin: astringent botanicals like bay laurel, cedarwood, and eucalyptus.
  • Sensitive skin: soothing botanicals like calendula, German chamomile, lavender, and linden blossom.
  • The hydro firming mist is used for all day hydration. The rosewater glow mist is targeted for those who want a healthy natural glow on their skin. The skin mattifying mist is best used by people with oily skin.

    “Face mists are mostly water and humectants so that they are thin and sprayable,” In order to be effective, face mists must be formulated with humectants. A moisturizing agent, humectants sit on top of your skin and draw in moisture from your environment, be that your home, the office, or the great outdoors. 

    Get a boost of hydration on the go with these face mists!